लखीमपुर खीरी / थारू बाहुल्य क्षेत्रों के आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत् थारू छात्राओं ने छात्रावास के टेलीविज़न पर लोकसभा की कार्यवाही देखते-देखते मन में संसद भवन को देखने का सपना ही पाल लिया। फिर क्या था थारू जनजाति को खुली ऑखों से सपना देखने का साहस प्रदान करने और हर सपने को पूरा करने का हौंसला प्रदान करने वाली जिलाधिकारी किंजल सिंह को जब यह बात पता चली तो उन्होंने थारू बालिकाओं के संसद भवन की दहलीज़ को छूने की तमन्ना पूरी कर दी बल्कि उनकी सोच से परे जाते हुए लोकसभा अध्यक्ष/स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन से शैक्षणिक भ्रमण पर जाने वाली छात्राओं की मुलाकात करने का भी बन्दोबस्त कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया।
उल्लेखनीय है कि आवासीय विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान दसवीं और बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं ने दबी ज़ुबान जब जिलाधिकारी से अपने दिल की बात कही थी तो शायद उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी उनका सपना सच होगा। आप लोग संसद भवन क्यों देखना चाहती हैं, जिलाधिकारी के इस सवाल पर छात्राओं ने बताया था कि दूरदर्शन पर संसद की कार्यवाही देखने के दौरान लोकतंत्र के वास्तविक कार्यकरण में महिला स्पीकर द्वारा देश के दिग्गज सांसदों की मौजूदगी में संसद को नियंत्रित करने के कौशल को देखकर उन्हें संसद भवन और उसकी कार्यवाही देखने की इच्छा हुई।
थारू छात्राओं के जवाब से लाजवाब हुईं जिलाधिकारी किंजल सिंह ने निर्णय लिया कि इन छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण के लिए संसद भवन भेजा जाय और उनकी मुलाकात लोकसभा की स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन से भी करायी जाय ताकि दिल्ली के सफर से लौटते समय इन छात्राओं की ऑखों में एक सपना हो। संसद भवन की यात्रा पर जाने वाली 40 छात्राएं 19 व 20 जनवरी को संसद भवन का भ्रमण तथा लोकसभा स्पीकर से मुलाकात करेंगी। थारू छात्राओं के साथ जिले के अधिकारियों की टीम भी दिल्ली गयी हुई है। जिसका नेतृत्व स्वयं जिलाधिकारी किंजल सिंह कर रही हैं। अधिकारियों की दल में बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार तिवारी, उपायुक्त राष्ट्रीय आजीविका मिशन अजय कुमार पाण्डेय, परियोजना अधिकारी एकीकृत थारू जनजातिय परियोजना यूके सिंह शामिल हैं ।