लखीमपुर खीरी / जिले के मितौली थाना क्षेत्र के रहने वाले छत्रपाल वर्मा को गले में टॉन्सिल की शिकायत थी जिसकी वह जिला चिकित्सालय से दवा लेकर वह अपने घर वापस लौट गए थे लेकिन शाम को दवा खाने के बाद जब उनकी हालत दोबारा बिगड़ी तो परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल आप ही रहे थे की रास्ते में ही उनकी मौत हो गई । छत्रपाल वर्मा की मौत के बाद जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर गलत दवा दिए जाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा और वार्ड बॉय के साथ मारपीट की । जिला अस्पताल में के इमरजेंसी में हंगामे की खबर सुनते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिवार को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन काफी देर तक वह नहीं माने अंत में पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी में रखवा दिया । जिला अस्पताल के सीएमएस ने मृतक के परिवारी जनों पर अस्पताल में हंगामा करने और मारपीट की तहरीर कोतवाली में दे दी जिन की तहरीर पर पुलिस ने मृतक के परिजनों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है ।
अपने साथी की पिटाई से आहत होकर सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने हड़ताल कर दी जिससे इमरजेंसी सेवाएं बाधित हो गई करीब 3 घंटे पदाधिकारियों और पुलिस के बीच हुई बातचीत के बाद जब 3 दिन की अंदर अभियुक्तों की गिरफ्तारी का आश्वासन मिला तब जाकर अस्पताल की सारी सेवाएं बहाल हुई ।